चारा घोटाला: महत्वपूर्ण मामलों में फैसले अब भी दूर
बिनोद ओझा, रांची
08/02/10 | Comments [0]
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संयुक्त बिहार के चर्चित चारा घोटाले के 18 मामलों में अभी भी फैसले का इंतजार है। कई लोगों को सजा हो चुकी है, पर महत्वपूर्ण मामलों में हो रही देरी कहीं-न-कहीं न्यायिक प्रक्रिया पर मुकदमों का बोझ और संसाधन की कमी की ओर भी इशारा करती है। लोग न्याय के लिए टकटकी लगाए रहते हैं, पर विलंब इसकी राह में सबसे बड़ा रोड़ा है। अपने समय के सबसे ज्यादा चर्चित एक हजार करोड़ के चारा घोटाले के कुल 53 कांडों में से 35 मुकदमों पर फैसला आ चुका है। 35 वां मामला कांड संख्या आरसी 29 ए/96 है। जिसमें इसी वर्ष 2010 में सजा सुनाई गई थी। अब तक चारा घोटाले में करीब तीन सौ लोगों को सजा सुनाई जा चुकी है। जबकि करीब दो हजार से ज्यादा गवाहों के बयान लिए गए हैं। इस घोटाले के अधिकांश मामले 14 वर्ष पूर्व 1996 में दर्ज किए गए थे। चारा घोटाला के 18 मामलों में फैसला आना अब भी शेष है। चारा घोटाला मामले में कुल चार आईएएस अधिकारी फूलचंद सिंह, एमसी सुवर्णाे, सजल चक्रवर्ती व एसएन दुबे फंसे हैं। सजल को छोड़ सभी अवकाश ग्रहण कर चुके हैं। घोटाले में मुख्य रूप से पशु चिकित्सक व आपूर्तिकर्ता फंसे हैं। कांड में कुछ चर्चित राजनीतिक चेहरे भी हैं। इनमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डा. जगन्नाथ मिश्र व लालू प्रसाद यादव के अलावा ध्रुव भगत, जगदीश शर्मा, विद्यासागर निषाद व डीपी कश्यप व पूर्व सांसद आरके राणा के नाम उल्लेखनीय हैं। आरसी 22 ए /96 में पूर्व सांसद राणा को सजा सुनाई जा चुकी है। अब तक जिन प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं, अधिकारियों व अन्य को सजा सुनाई जा चुकी है, उनमें सजल चक्रवर्ती, एसएन दुबे, डा. बिरसा उरांव, डा. केएन सिंह, डा. भेंगराज, डा. केके सहाय, डा. एरिक केरकेट्टा, डा. शेष मुनी राम, डा.केएम प्रसाद, बीएन शर्मा, डा. राम प्रकाश राम, एचएल वर्मा, टीएम प्रसाद, डा. गोपाल भाटिया, बीबी प्रसाद, डा. गौरी शंकर प्रसाद, डा. दुब राज दुराई, मो. सईद, एमएस बेदी, विजय कुमार मल्लिक, सुरेश चंद्र, सुधा राय, शिव कुमारी, शानू निशा, सुशीला देवी, ब्रज मोहन प्रसाद, पीके जायसवाल, बी दुबे, डा. शशि कुमार सिन्हा, सुशील कुमार झा, राम नंदन सिंह, सुधीर प्रसाद, शैलेंद्र कुमार, अशोकानंद प्रसाद, सुरेंद्र नाथ सिन्हा, सुरेश सिंह, रामाशंकर सिंह, आनंद कश्यप, नरेश अग्रवाल, डा. ओम प्रकाश दिवाकर, डा. अजीत कुमार, राकेश कुमार सिन्हा, बालकृष्णा दुबे, मो. तौफिक, ओपी चिरानिया, सुलेखा देवी, रामदेव प्रसाद, कुंज बिहारी ठाकुर, डा. शक्ति शंकर वर्मा, शुत्रुध्न सिंह, मनीष कुमार जायसवाल, डा. शिवनारायण मंडल, डा. सीताराम सिंह, डा. फ्रेडी केरकेट्टा, डा.सुरेन्द्र नाथ वर्मा, डा. ब्रह्मदेव नारायण सिन्हा, डा. अजीत कुमार सिन्हा, डा. शशि कुमार सिन्हा, डा.शेषमुनि राम, डा. ओम प्रकाश दिवाकर, दिनेश्र्वर मिस्त्री, सर्वेदु कुमार दास, मृत्युंजय प्रसाद वर्मा, महानंद प्रसाद वर्मा, दामोदर मिश्रा ब्रजभूषण प्रसाद, सुशील कुमार, संजय शंकर, फूल सिंह, सुरेंद्र नाथ सिन्हा, वसंत कुमार सिन्हा, त्रिपुरारी मोहन प्रसाद, सुनील कुमार सिन्हा, गोपी नाथ दास, संजय कुमार अग्रवाल, लाल मोहन प्रसाद, बिनोद कुमार झा, अजीत कुमार वर्मा, चंद्रशेखर दुबे, रवि सिन्हा व ज्योति कुमार झा, सरस्वती चंद्र, वेणु झा तथा शकुंतला देवी, डा. ब्रज नंदन शर्मा तत्कालीन जिला पशुपालन अधिकारी पश्चिम सिंहभूम, डा. मुकेश श्रीवास्तव, सहायक पोलीट्री ऑफिसर चाईबासा, डा. गया प्रसाद त्रिपाठी एडीएचओ, डा. अर्जुन शर्मा, सहायक पोलीट्री ऑफिसर, चाईबासा, सुबोध चंद्र वर्मा, लेखापाल, चाईबासा, लालमोहन गोप, कोषागार पदाधिकारी, चाईबासा, डा.कृष्ण मोहन प्रसाद, निदेशक योजना, द.छो. रांची, डा. कृति नारायण झा, क्षेत्रीय निदेशक द.छो., डा. रामराम राज, एएसडी बिहार, शैलेश तिर्की, कोषागार पदाधिकारी, चाईबासा, भारतेश्र्वर नारायण लाल दास, लेखापाल कोषागार चाईबासा, मो.सईद, मो.सन्नाउल, मो.एकराम, मो. हुसैन, सैरुनिशा, रवि कुमार सिन्हा, महेंद्र कुमार कुंदन, त्रिपुरारी मोहन प्रसाद, विजय कुमार मल्लिक, चंद्रशेखर दुबे, मो. तोहिद, भरत कुमार, श्रीनाथ सिंह, सुरेश दुबे, डा. अजित कुमार वर्मा, ज्योति कुमारी झा, सुरेंद्र नाथ सिन्हा, पीके सिंह, रामाशंकर सिंह, सुशील कुमार, दिनेश कुमार सिन्हा, सत्येंद्र कुमार, सुनील गांधी, सुनील कुमार सिन्हा, राजेंद्र शर्मा, देंवेंद्र कुमार राय, सुभाशिष देव, ओम प्रकाश पाठक, दयानंद प्रसाद कश्यप, उमेश दुबे, अपर्निता कुंडू, मधु, सरस्वती चंद्रा, प्रांति सिंह, जौली श्रीवास्तव, शिव कुमार, राजीव कुमार, महेंद्र सिंह वेदी, राजन मेहता, मधु मेहता, हरीश कुमार, वृज किशोर अग्रवाल, विमल कुमार अग्रवाल, अनिल कुमार, रामअवतार शर्मा, फूल सिंह, बालदेव साहू, कैलाश मणि कश्यप, विमला शर्मा, मनीष कुमार जायसवाल, प्रणव कुमार प्रसाद, वीरेंद्र कुमार मिश्रा, हजारीबाग के तत्कालीन क्षेत्रीय पशुपालन निदेशक काशीनाथ सिंह, तत्कालीन आय व्ययन पदाधिकारी एएचडी पटना ब्रजभूषण प्रसाद, बिहार सर्जिको मेडिको एजेंसी पटना के संचालक त्रिपुरारी मोहन प्रसाद, एसबी सिन्हा के निजी कर्मचारी महेंद्र प्रसाद, निदेशक कार्यालय हजारीबाग एएचडी के तत्कालीन लेखापाल केदारनाथ राम, हजारीबाग कोषागार के तत्कालीन सहायक अरुण कुमार सिन्हा, आपूर्तिकर्ता अनिल कुमार सिन्हा, सुनील कुमार सिन्हा व सुशील कुमार आदि के नाम शामिल हैं।


  

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