भ्रष्टाचार है त्वरित न्याय में सबसे बड़ी बाधा
पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता
08/08/10 | Comments [0]
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आज बहुत से मामले अदालतों में लंबित पड़े हैं और लोगों को समय पर न्याय नहीं मिल पा रहा है, तो इसका सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार है। कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में आयोजित जन जागरण फोरम में वक्ताओं ने इस बात पर सहमति जताई। इस मौके पर वक्ताओं ने न्याय में देरी के लिए अलग-अलग कारण प्रस्तुत करते हुए दैनिक जागरण के जन जागरण अभियान को न्यायिक सुधार की दिशा में बड़ा कदम बताया। फोरम की शुरुआत करते हुए शाहदरा बार एसोसिएशन के सचिव एके शर्मा ने कहा कि न्यायिक सुधार की दिशा में लोगों को त्वरित न्याय दिलाने की बात तो सभी करते हैं, मगर त्वरित न्याय के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा भ्रष्टाचार को कोई दूर करने की बात तक नहीं करता। हालत यह है कि पहले मामला दर्ज कराने के लिए प्रयास, फिर अदालत तक पहंुचाने की कोशिश फिर पुलिस रिपोर्ट अदालत में सही समय पर पेश करवाने व गवाहों को कोर्ट तक लाने की जद्दोजहद और अंत में न्याय के लिये तारीखों से जूझने की मुश्किलें लोगों को झेलनी पड़ती हैं। शाहदरा बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि बहुत से पुराने कानून आज भी चल रहे हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है। उन्हें खत्म किया जाना चाहिए ताकि लोगों को समय पर न्याय मिल पाए। अधिवक्ता आरपी कौशिक ने कहा कि वकील अगर प्रयत्न करें तो इस अभियान की दिशा में महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता ओमपाल सिंह तरार ने कहा कि हमारी न्याय प्रक्रिया बहुत जटिल और महंगी है। पुराने कानून त्वरित न्याय के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रमोद नागर ने कहा कि हमारे देश में आज भी किसी न्यायाधीश के आचरण को कानूनी प्रक्रिया में बांधने का अधिकार नहीं है। करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाले लोगों को तो वर्षो तक सजा नहीं होती मगर 10 रुपये की रिश्वत लेने वाले व्यक्ति को सजा सुना दी जाती है। जब अपराध का प्रकार एक है तो उनका निपटारा भी एक ही समय पर होना चाहिए। शाहदरा बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा कि आज लोगों को न्याय मिल पाना मुश्किल हो गया है, जिससे लोगों का न्याय प्रक्रिया से विश्वास उठता जा रहा है। समय से न्याय मिले तो न तो अपराध होगा और न ही लोगों की न्याय के प्रति आस्था घटेगी। अधिवक्ता अशोक यादव और दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अदालत में मामलों के समय से निपटान की व्यवस्था सख्ती से लागू होनी चाहिए और देरी होने पर न्यायिक अधिकारियों से जवाब मांगा जाना चाहिए। कार्यक्रम में शाहदरा बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष केके त्यागी ने दैनिक जागरण के जन जागरण अभियान की सराहना करते हुए कहा कि दैनिक जागरण ने न्यायिक सुधार की दिशा में सकारात्मक पहल की है। उन्होंने दैनिक जागरण की ओर से जन जागरण फोरम के पैनल के सभी सदस्यों को दैनिक जागरण के जन जागरण अभियान का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का मंच संचालन शाहदरा बार एसोसिएशन के सचिव एके शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में फोरम के सदस्यों के अतिरिक्त अधिवक्ता चौधरी सुदेश कुमार, महेंद्र प्रताप सिंह, जितेंद्र सिंह, राम लखन चौधरी और योगेश चौहान ने भी अपने विचार अधिवक्ताओं के सामने रखे।


  

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